इंटरव्यू के द्वारा उम्मीदवार के किन किन गुणों की परख होती है ?

कोई भी संस्था की पहेचान उसमे कार्य कर रहे लोग है। हर संगठन की सफलता और निष्फलता उसमे रहे कर्मचारी पर निर्भर होता है। जो कोई अयोग्य उम्मीदवार संगठन में प्रवेश ले तो उससे सा गठन की साख बिगड़ती है और उसकी कामगीरी भी गलत होती है। ये सब बाबत को रोकने के लिए इंटरव्यू का आयोजन करने में आता है। देश में इंटरव्यू कसोटी के लिए श्रेष्ठ बाबत UPSC द्वारा विकसित करने में आया है।

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UPSC, GPSC जैसी सरकारी स्पर्धात्मक कसोटी में अंतिम चरण इंटरव्यू होता है। जिसका मुख्य उद्देश उम्मीदवार में अधिकारी बनने के लिए जरूरी गुण है की नही उसकी परख करना है। सरकारी अधिकारी से रचने में आती अमलदारशाही को भारत की "स्टील फ्रेम" कहा जाता है। वो समग्र देश को एक जूठ करके रखती है। इंटरव्यू कसोटी देने वाले उम्मीदवार तैयारी के लिए सौ प्रथम जरूरी गुणों का खयाल होना चाहिए।

इंटरव्यू के गुण

मानसिक सतर्कता (ऐलर्टनेश)

इंटरव्यू के संदर्भ में ऐसा कहा जाता है की "फर्स्ट इंप्रेशन इस ध लास्ट इंप्रेशन" सबसे पहेली लाक्षणिकता उम्मीदवार में रही सतर्कता है। जड़पी बात समझने की क्षमता, एक प्रकार की स्फूर्ति या चपलता जरूरी है। जो प्रह्न पूछने में आया सवाल समझ ना सके और फिरसे पूछने की मांगनी करे, उसका अभिगम थोड़ा कमजोर लगता हो तो बोर्ड के सभ्य को इंप्रेस कर सकते नही।

कोमयुनिकेशन स्किल्स। (Comunication skills)

बातचीत करने की जरूरी टेक्निक, भाषा पर प्रभुत्व, उसके लिए जरूरी शिष्टाचार, सामने की व्यक्ति को अपनी बात गले उतारने की क्षमता, कोई भी अटपटी बात को सरलता से रजू करनी और टूंक में रजु करने की क्षमता होनी चाहिए।

आत्मविश्वास

जबभी उम्मीदवार नोकरी की दावेदार के तौर पर जाता है तब सबसे पहले उसको अपनी क्षमता पे भरोसा होना चाहिए। उसको विश्वास होना चाहिए की ये काम वो सफलता से पूरा कर सकता है। जो उसको अपने आप में विश्वास होगा तो ही वो बोर्ड के सभ्य को विश्वास दे सकेगा। इसके लिए उसकी बॉडी लैंग्वेज में सकारात्मक अभिगम होना चाहिए। बोर्ड के सभ्य के साथ आखों में आंखे मिलाकर बात कर सके और प्रश्नों का चोक्कश उत्तर दे सके वो अपेक्षित है।

नेतृत्व क्षमता

आजके समय की अत्यंत महत्व की जरूरियात इस कोशल्य की है। अपने नीचे काम करते कर्मचारीओ के पास से कम लेने के लिए अच्छी नेतृत्व क्षमता बहोत ही जरूरी है। संजोग की मांग के अनुसार सच्चा मार्ग पसंद करने की शक्ति और अपने कचेरी में अपने हाथ नीचे काम कर रहे लोगो और समग्र समाज को जरूरी प्रेरणा पूरी करने को क्षमता होनी चाहिए।

रचनात्मक दृष्टिकोण

सरकारी क्षेत्र में रोज अनेक अटपटी समस्या होती है। इस है परिस्थिति में अनेक नकारात्मक परिबल के बीच रेह के कार्य करना होता है। इस संजोगो में लोगो के विकास के लिए रचनात्मक अभिगम से कम करने वाला अधिकारी अत्यंत जरूरी है। इस गुण की परख बोर्ड के सभ्य करते है।

कोई भी अधिकारी की अंतर्गत बहोत बड़े प्रमाणमे कर्मचारीओ का काफिला होता है। उसको अपनी नेतृत्व क्षमता की प्रेरणा देने में आती है। उसमे रही छुपी शक्तियों बाहर निकालने और योग्य दिशासुचन देकर उसके पास से कार्य लेना होता है।

सत्यनिष्ठा

जब भी आप इंटरव्यू कसोटी में हो तब बोर्ड समक्ष हाजर होना हो तब कभी भी जुट बोलना न चाहिए। बोर्ड के सभ्य बहोत ही बड़े अनुभव के साथ निष्णात बैठे होते ही। उसके सामने बोला हुआ असत्य कभी कभी आपका केरियर बिगाड़ सकता है। इसलिए कभी भी जूठ मत बोलो। जो कोई भी सवाल का उत्तर न आता हो तो विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर लेना चाहिए। गलत जवाब न दो और बोर्ड को दूसरे रास्ते मत ले जाओ। बोर्ड के सभ्य का जीवन बहोत लंबा अनुभव प्राप्त होता है। ऐसा कहा जाता है की इंटरव्यू में सच बोलने के कोई मार्क नही होता क्योंकि इंटरव्यू में आप गलत बोल ही नहीं सकते। सत्यनिष्ठा का उद्देश इतना है को कभी भी उम्मीदवार को इंटरव्यू में जूठ बोलना चाहिए नही।

रचनात्मक अभिगम

कोई भी प्रश्नों का निराकरण के लिए उम्मीदवार को कैसा विश्लेषण देना चाहिए और कैसे अभिगम पूर्वक उसका निराकरण करना चाहिए उसका बोर्ड परख करते है। इसके लिए कभी कभी केस स्टडी जैसे अभिगम को उपयोग में लेना चाहिए। उम्मीदवार को कोई चोक्कस समस्या देने में आए और उसका निवारण कैसे ले उसका उत्तर बोर्ड के सभ्य मांगते है। ज्यादातर समसामयिक विवादास्पद घटनाओं के लिए पसंद किया जाता है।

सामन्यतह

30 से 40 मिनिट चलता इस इंटरव्यू कसोटी में उम्मीदवार की प्रतिभा को पूरा जान सकते नही, ये बहोत मानते है, पर इस साम्यता को बोर्ड के निष्णांत के द्वारा समावेश किया है को जीवन में ज्यादा अनुभव होना चाहिए। प्रखर ज्ञानी होते है। सरकारी क्षेत्र में बहोत नामाना बनाई होती है। ऐसे निष्णांत उम्मीदवार को बहोत चोकसायपूर्ण से परखते है। इसके अलावा उम्मीदवार ने भरा हुआ फार्म द्वारा उम्मीदवार के जीवन की तमाम विगत उसके सामने होती है। जिसका विवेकपूर्ण देखके सच्चा निष्कर्ष पे जाते है।

झडपी निर्णय लेने की क्षमता

कोई हुई अधिकारी रोज का बहोत सारे लोगो का कार्य पूरा करते है, जो अत्यंत जटिल होते है। यह पर मर्यादित समय में कोई भी समस्या का निवारण करना होता है। इसलिए झडपी निर्णय लेने की क्षमता बहोत महत्व की है।

स्पर्धात्मक एग्जाम में इंटरव्यू द्वारा उम्मीदवार के विविध गुण जैसे की ऊपर दिए गए जैसे की ऐलर्टनेश, आत्मविश्वास, लीडरशिप, सत्यनिष्ठा इत्यादि गुणों की परख होती है।