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एंटरप्रेन्योर क्या होता है। What is Entrepreneur in hindi?
एंटरप्रेन्योर का हिंदी मतलब होता है व्यवसायी, बिजनेसमैन। Entrepreneur meaning in hindi, अध्ययन का मुख्य हेतु ज्ञान प्राप्त करना और अच्छा करियर बनाना है। करियर की पसंदगी छात्र के व्यक्तिगत हित पर आधारित है। कोई कोई छात्र 9 बजे से 5 बजे तक नोकरी करने में अपने आपको सलामत समझते है। जबकि कोई कोई अपना व्यवसाय शुरू करके उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता सुधारने में ज्यादा पसंद करते है। पर हर कोई को अच्छा करियर बनाने और उसमे सफलता प्राप्त करने की इच्छा होती है। आखिर छात्र अभ्यास भी लाइफ में सफल होने के लिए ही करता है।
एंटरप्रेन्योर कैसे बने ? How to become a Entrepreneur ?
एंटरप्रेन्योर बनने के लिए तैयारी आपको कॉलेज के वक्त से ही शुरू कर देनी चाहिए, उसके बाद आप अपना अभ्यास खतम करने के बाद अच्छे एंटरप्रेन्योर बनने के लिए अपने स्वपन को साकार करने के लिए एंटरप्रेन्योर बनने के मार्ग पर चल सकते हो। इसके लिए आपके अंदर त्वरित निर्णय लेने की क्षमता, व्यवसाय का भावी नक्की करना, मुश्किल परिस्थितियों में भी डट के काम करने की क्षमता, लोगो को आपकी कोम्युनिकेशन कुशलता से आकर्षित करने की क्षमता, बाजार के बालन और आपकी रुचि का योग्य ज्ञान विकसित करने की क्षमता इत्यादि अपर विकास केंद्रित करना चाहिए। जो ऐसे होगा तो ही आप अच्छे एंटरप्रेन्योर बनने के लिए सक्षम बन सकते हो।
कॉलेज में ही आपको अपनी दृष्टि विकसित करनी पड़ेगी, जिससे आप नफाकारक व्यवसाय को सरलतासे पहेचान सको। ये सब लायकात कॉलेज के कोई भी छात्र मित्र की सहायता और फैकल्टी के योग्य मार्गदर्शन से, कॉलेज कैम्पस पर अपनी मेहनत से, कोई भी समस्या के बिना विकसित कर सकते हो और भविष्य में एंटरप्रेन्योर बनने का अपना स्वप्न साकार कर सकते हो। तो चलिए, आज हम इस संदर्भ में कॉलेज के छात्र के साथ अपनी बात साझा करे और ये जानने की कोशिश करे की वो एंटरप्रेन्योर बनाना चाहते है ? छात्र एंटरप्रेन्योर बनने के लिए जरूरी गुण कैसे विकसित करे ? या इसके बारेमें अभिप्राय क्या है ?
आप एंटरप्रेन्योर क्यों बनाना चाहते हो ?
एंटरप्रेन्योर एक जोखिम है और आप मानते है कि आपके मगज में जो विचार आता है उसके आधार पर आप वो जोखिम ले सकते है। आप अपना व्यवसाय शुरू करने की योजना बना सकते हो क्योंकि आप हरदिन कंपनी के बंध वातावरण में काम नहीं कर सकते। अच्छा तो, हर कंपनी में आपको मेनेजर या बॉस के नीचे काम करना पड़ता है। आप अपनी कंपनी में अपना बॉस खुद बन सकते हो इसलिए आप एंटरप्रेन्योर बनना पसंद कर सकते हो। दूसरा तो आप एंटरप्रेन्योर बनके समाज और बाजार में परिवर्तन लसकते हो। हा क्योंकि आप एक महान एंटरप्रेन्योर बनने की सोच और ध्येय रखते हो तो।
एंटरप्रेन्योर में कोनसे गुण होने चाहिए ?
जो आप एंटरप्रेन्योर बनना चाहते हो तो आपके अंदर पूरा आत्मविश्वास होना चाहिए। आपके पास नेतृत्व का गुण होना चाहिए और आपके पास अच्छा व्यक्तित्व होना आवश्यक है। आपके पास जोखिम लेने की क्षमता होनी चाहिए और आपकी क्रिया प्रतिक्रिया देने की कुशलता इतनी अच्छी होनी चाहिए की जिससे आप एक अच्छे टीम बना सको। ये सब गुण एंटरप्रेन्योर के लिए बहोत महत्वपूर्ण है। अगर आपकी टीम अच्छे से कार्य करेगी तो आपकी कंपनी को फायदा होगा और आपकी कंपनी की एक विशेष पहेचान बनेगी। हमेशा ऐसे कहने में आता है की जो कंपनी के लोग खुश हो तो कंपनी भी प्रगति करती है।
कॉलेज दरम्यान एंटरप्रेन्योर बनने के बारेमे सोचना शुरू करना चाहिए ?
हा, अब इस स्तर की संस्कृति व्यवसाय बहोत तेजी में है क्योंकि आप देख सकते हो की अपने आसपास के छात्र खास करके ऐंजिनियरिग कॉलेजों में अपना स्टार्टअप और खुद का व्यवसाय शुरू कर रहे है। क्योंकि वो काम करने की स्वतंत्रता भी प्रदान करता है और उसमे कोई समय मर्यादा नहीं है, आप अपने आप ही काम कर सकते हो। आपको 9 बजे से 5 बजे तक काम करने की जरूरत नहीं है। कॉलेज में आप बहोत सारे लोगो के साथ संपर्क करते हो, एक दूसरे को जानते हो और समझ ते हो। इस तरह आप लोगो की जरूरियात समझ सकते हो। जो आपको अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए अच्छा वातावरण प्रदान करता है। मुड़ी में भी आजकल मुश्किल नहीं होता क्योंकि आजकल निवेश करता सरलता से मिल जाते है। जिससे आप अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हो।
एंटरप्रेन्योर बनने में मित्र और फेकल्टी कैसे मदद कर सकती है ?
अगर आपको एंटरप्रेन्योर बनना है तो दो बाबत का बहोत महत्व है, एक तो आपकी अपनी गुणवत्ता और दूसरा आप ऐसे लोगो को संपर्क करे जो एक छात्र, शिक्षक, और मित्र के लिए महत्वपूर्ण हो। अच्छे मित्र के बीच रहना भी अति आवश्यक है क्योंकि वो आपको साहस देने में सहायता करेंगे। वोह आपके विचार को समझते है और उसके विचार भी साझा करते है। आपके मित्र हमेश आपको प्रोत्साहन देते है और भावात्मक और आर्थिक सहाय भी कर सकते है। आपके शिक्षक भी अच्छा मार्गदर्शन दे सकते है उसके साथ विचार विमर्श करे।
छात्र ओ के जबाव दर्शाते है की आजके युग में ज्यादातर छात्र 9 से 5 की उच्च पैकेज की नोकरी के बदले में अपने खुद का बिजनेस शुरू करने में ज्यादा रुचि धराते है। इसका मुख्य कारण झड़प से विकास करता स्टार्टअप बिजनेस भी है। वही समय पर खुद मालिक होने की खुशी भी नेतृत्व की गुणवत्ता भी विकास तरफ ले जाती है। जो उद्यमवृति धरती युवावर्ग के लिए बहोत जरूरी है।