इंटरव्यू-की-तैयारी |
वर्तमान पत्र से इंटरव्यू की तैयारी
जब भी आपका इंटरव्यू समय नजदीक की तारीख में हो तब रोजबरोज की घटनाओं का निम्न स्तर से पढ़ाई करनी चाहिए। द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, राज्यसभा, आजतक, एबीपी न्यूज, जैसे टीवी स्त्रोतों से तलस्पर्शी अभ्यास करना चाहिए। इस समय को पढ़ाई करने में विगतवर पढ़ाई और साथ में अभ्यास विश्लेषण, एनालिसिस पे ज्यादा ध्यान देना चाहिए। Selective intensive reading के लिए फ्रंटलाइन जैसी जरनल का लाभ ले सकते हो।
आजकल अलग अलग मेगेजिन, इंटरनेट, टेलीग्राम, यूट्यूब चैनल का बढ़ा इस्तेमाल होता है। उसे भी आपको थोड़ा समय देना चाइए क्योंकि वह से भी आजकल बहोत बढ़ा ज्ञान, शैक्षणिक लाभ मिलता है।
इंटरव्यू में सफल छात्र से मिलके इंटरव्यू की तैयारी
पूर्व स्पर्धात्मक एग्जाम में इंटरव्यू में जिसने भाग लिया हो और अच्छे मार्क्स के लाया हो ऐसे उम्मीदवार को मिलकर उसका इंटरव्यू के प्रति अनुभव जानना चाहिए। उसका मार्गदर्शन सबसे महत्व की तैयारी का स्त्रोत बन सकता है। अपनी तैयारी की बाबत की निखालस्तापूर्ण चर्चा करनी चाहिए। यूट्यूब पर भूतपूर्व टॉपर्स के मॉक इंटरव्यू देखने चाहिए।
भूतपूर्व टॉपर्स किस तरह से इंटरव्यू देते है, अलग अलग सोशियल सांप्रत मुद्दो पर कैसे स्टेंड ले? ऐसी बाबतोका एनालिसिस करके बहोत ज्यादा आप सीख सकते हो। वो कैसे भूल करते है उसको पहेचान के उसका सुधार के करना चाहिए।
इंटरव्यू बोर्ड में कौनसे सभ्य बैठते है? वोह अगर जाहिर होता है तो बोर्डके सभ्य के बारेमे, उसके पसंदीदा विषय, उम्मीदवार के प्रति अभिगम इत्यादि जानने का प्रयत्न करना चाहिए।
आत्मविश्लेषण से इंटरव्यू की तैयारी
अपना विश्लेषण करना चाहिए, हमारी कौनसी अभिव्यक्ति को सुधारने की जरूर है उसको देखना चाहिए। प्रीलिम्नी एग्जाम की तैयारी पढ़के हो सकती है, मैंइन एग्जाम की तैयारी लिख कर होती है और इंटरव्यू की तैयारी इंतरेकशन से होती है। अगर मैंइन एग्जाम देने वाला मिलकर ग्रुप बनाए और उसमे ओरल चर्चा करे तो इंटरव्यू के लाभ को सकता है। एक दूसरे से बहोत कुछ सीख सकते हो।
इसके लिए कभी कभी आइना की समक्ष खुद इंटरव्यू दे रहे हो इस तरह का प्रयत्न कर सकते हो। या केमेरा समक्ष मोक इंटरव्यू देके उसका रिकॉर्डिंग कर सकते हो। और उसके मुताबिक अपना बॉडी लैंग्वेज, आदान प्रदान का प्रकार, वाक्य रचना, शब्द की पसंदगी इत्यादि जरूरी सुधार कर सकते हो।
स्ट्रेस मैनेजमेंट से इंटरव्यू की तैयारी
ये चरण सिलेक्शन और रिजेक्शन के बीच का अंतिम चरण होने से हमेशा तनाव बना रहता है। इस संजोग में हकारात्मक बातो को ध्यान में रखना अत्यंत जरूरी है। सकारात्मक अभिगम प्राप्त करने के लिए निम्न उपयोगी प्रकार के बुक्स का अभ्यास करना चाहिए। और ऐसे ही व्यक्ति के संपर्क में रहें चाहिए जिसमे सकारात्मक अभिगम देखना मिले। फेमिली और मित्र के साथ और सहकार बहोत मददगार होता है।
ऐसे मित्र के प्रतिस्पर्धी सोशियल मीडिया ग्रुप या ऐसे समय में हकारात्मक, हिम्मत और अच्छी न्यूज , एडवाइस दे और केरियर बनाने के लिए मार्गदर्शक वातावरण प्रसार करे उसके साथ रहना चाहिए।
मॉक इंटरव्यू से इंटरव्यू की तैयारी
"Prectice makes a men perfect" वास्तविक इंटरव्यू से पहले बन सके उतना मॉक इंटरव्यू देने चाहिए, जिससे इंटरव्यू का वास्तविक अनुभव मिले। हर इंटरव्यू के बाद खुद ने क्या भूल की, कौनसी भूल सुधार ले, उन सा बातो की नोंद बनाके अगले इंटरव्यू में इंप्रूव करना चाहिए।
इंटरव्यू की तैयारी अत्यंत व्यापक विषय से और उसके लिए उम्मीदवार को पूरी तैयारी करनी अत्यंत आवश्यक है। इस कसोटी में मात्र ज्ञान की कसोटी नही पर समग्र प्रतिभा चकासनी की एक व्यापक कसोटी है। अगर उसने मैंइन एग्जाम पूरी होने के बाद तुरंत ही इस चरण की तैयारी करने में लग जाना चाहिए।